सेकेंडरी स्कूल मीनिंग इन हिंदी

Sr.Secondary : Hindi (301) By Dr. B.K. Rai |

हिंदी अपने साहित्यिक एवं बोलचाल के रूप के माध्यम से आरम्भ से ही जन आकाक्षाओं की अभी व्यक्ति करती रही है,हिंदी साहित्य की समृधि ‌‌‌का यह बहुत बड़ा कारण है कि हिंदी ने समयनुसार अपने आप को परिवर्तित एवं समृद्ध किया है , आज के समय में एक तरफ तो हिंदी में अनेक विधाओं का साहित्य लिखा जा रहा है दूसरी तरफ हिंदी मीडिया का भी विस्तार हुआ है हिंदी भाषी सामान्य व्यक्ति नई सूचना-क्रांति के परिणामस्वरूप आए अनेक शब्दों का प्रयोग अपने दैनिक जीवन में कर रहा है। इसके कारण साहित्य-लेखन में भी रचनाकारों की भाषिक क्षमता एवं विचार-प्रक्रिया परिवर्तित हुई है। हिंदी भाषा भारत के जनतंत्र की आकांक्षाओं की पूर्ति करती

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