कई जंगलों को निगलने वाला 'महादैत्य' मशरूम
Submitted by Anand on 13 March 2021 - 12:46pmइक्कीसवीं सदी का दूसरा दशक ख़त्म होने को है. आबादी के बोझ से धरती कराह रही है. धरती की आब-ओ-हवा बिगड़ रही है. पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. प्लास्टिक का कचरा इंसानियत के भविष्य को रौंद रहा है.
ऐसे में इंसान को आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित बनाने के लिए ज़रूरत है चमत्कार की. ऐसा चमत्कार, जो इन चुनौतियों से पार पाने में मदद करे. धरती पर प्रदूषण कम करे. पर्यावरण को नुक़सान पहुंचाने वाली चीज़ों का बेहतर क़ुदरती विकल्प बने.
अब ये चमत्कार तो क़ुदरत ही कर सकती है. वैज्ञानिकों को लगता है कि प्रकृति ने हमें वो नेमत दे रखी है. ज़रूरत है बस उसके फ़ायदों पर से पर्दा हटाने की.